सिद्ध पीठ माता जयमंगला के कावर झील पक्षी विहार में बनेगा इको पार्क
सिद्ध पीठ माता जयमंगला के कावर झील पक्षी विहार में बनेगा इको पार्क
चर्चित इंडिया न्यूज़ / विजय कुमार चौधरी ( बेगूसराय ) कावर झील पक्षी विहार के दिन बहुरने वाले हैं। यहां इको पार्क बनाकर पर्यटन को विकसित किया जाएगा । इससे बिहार के पर्यटन मानचित्र का स्थापित हो सकेगा । झील के मध्य में सिद्ध पीठ माता जयमंगल के मंदिर होने से यहां आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन का भी बढ़ावा मिलेगा । इसकी तैयारी तेजी से की जा रही है । डीएम तुषार सिंगला ने इस संबंध में बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के एमडी को पत्राचार किया । बताया जा रहा है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के बाद जिला प्रशासन और वन विभाग इस और काफी एक्टिव है । कावर झील में माता जयमंगला मंदिर के आसपास केवल क्षेत्र वॉच टावर का इलाका और जहां अभी स्थानीय नविको के द्वारा नौका विहार कराया जाता है । इस एरिया को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा।
झील के सूखे क्षेत्र को पानी से भर दिया जाएगा : -
जल संसाधन विभाग और वन विभाग की ओर कावर परिक्षेत्र में 6500 एकड़ में 362 और 45 एकड़ की लागत से झील का संरक्षण और संवर्धन किया जाएगा । जिससे झील का जीर्णोद्धार हो सकेगा । सूखे हुए क्षेत्र में पानी पहुंचाया जाएगा । इसके बाद यहां और भी तरह के कई योजनाओं में इलाके को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा । कावर झील को एशिया भर में सबसे मीठा पानी का गोखुर झील होने और रामसर साइट होने का भी गौरव प्राप्त है ।
ऐसे पहुंचेगी कावर झील में पानी :
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झील में अपनी बूढ़ी गंडक नदी बसौन घाट से हूंम पाइप ( लोहा ) के माध्यम से एसएच 55 के नीचे से क्रॉस कर कर ले जाया जाएगा । मेहदा शाहपुर की चक्की बहियार की समीप एक डेम बनाने का प्लान है। यहां से खुला पानी नालानुमा तरीके से झील में पहुंचाया जाएगा । इससे किसानों को पटवन में भी सुविधा में मिलेगी । बताया जा रहा है की झील में पानी धीरे-धीरे भर जाएगा ताकि कावर झील के इको सिस्टम पर इसका कोई प्रभाव ना हो ।
डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू :
डीएम ने प्रबंध निदेशक बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को इस संबंध में पत्र लिखे है। उन्होंने इस पत्र में बताया कि बेगूसराय के मंझौल अनुमंडल में अवस्थित कावर झील में इको पार्क निर्माण हेतु डीपीआर तैयार किया जाएगा। कावर झील क्षेत्र में इको पार्क के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार करने लिए कुशल कंसल्टेंसी एवं आर्किटेक्चर को वन प्रमंडल पदाधिकारी एवं वन प्रमंडल बेगूसराय प्रतिनियुक्ति की जाए ।
विभाग एक्टिव है जल्दी बदलाव दिखेगा : इको पार्क की संभावना को लेकर वन विभाग ने कई अधिकारियों से बातचीत की इसमें मुख्य रूप से जो बातें सामने आई हुआ या थी की कावर झील में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। किसी कारण से यह विभाग की नजरों से ओझल था । अब विभाग मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद से युद्ध स्तर पर विकसित करने में जुट गई है । फिलहाल इको पार्क का डीपीआर बनाने वाले कंसल्टेंसी और आर्किटेक्चर को बुलाया गया है ।
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